कमर दर्द का कारण... उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj

  कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj

     कमर दर्द जो कि आज़ की दुनिया में एक महामारी का रूप लेता जा रहा है । भागती-दौडती जीवन शैली व जीवन का कंप्यूटरीकरण इस समस्या को और बढा रहे  है । हर उम्र के लोग इससे परेशान हैं, दुनियाभर में इसके सरल व सहज इलाज की खोज जारी है। नई दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक व देश के जाने-माने स्पाइन रोग विशेषज्ञ डा. मनोज शर्मा के अनुसार आमतौर पर अस्सी से पच्चासी प्रतिशत कमरदर्द रोगी बिना आपरेशन से अमूमन ठीक हो जाया करते है , लेकिन बाकी मरीजों को आँपरेशन करवाना अक्सर अनिवार्य हो जाता है 
 
कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj
कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj

बिना आँपरेशन के ईलाजों में दवाईयों  के अलावा फिजियो थेरेपी व सही पोस्चर का ध्यान रखना मुख्य है । वेसे तो कमर दर्द  के कारण सैकडों हो सकते है, जिसके लिए चिकित्सक की सलाह जरुरी है, लेकिन 90% प्रतिशत कमरदर्द के कारण है डी जनरेटिव (उम्र के साथ रीढ़ की हड़डी मे विकार),  सलिपड डिस्ट और लम्बर केनाल स्टोनेसिस (एक प्रकार की बीमारी), देश में स्पाइन की लेज़र स्पाइन सर्जरी की शुरुआत करने वाले डा. शर्मा के अनुसार इसके अलावा रीढ़ हड्डी मे संक्रमण से लेकर कैंसर तक सभी कुछ मुमकिन है कई बार कई तरह के अर्थराइटिस भी शरीर में कमर दर्द के रूप में प्रकट होते हैँ ।

  इस समस्या के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए डा. मनोज. शर्मा बताते हैं  कि हमारी रीढ की हड्डी वास्तव में 33 छोटी-छोटी हड्डियों (वर्टिब्रा)  से मिलंकर बनती है, और प्रत्येक दो हड्डी, आगे की तरफ एक डिस्क के द्वारा और पीछे की तरफ़ दो जोडों के द्वारा जुडी रहती है, कमर दर्द के मुख्य कारण इन्हीं जोडों या डिस्क में उत्पन्न हुए विकार है, बढती हुईं उम्र के साथ इन जोडों के घिसने या इनकी हड्डियों के बढने से सरवाइकल व लम्बर स्पोन्डेलाइटिस' जैसी बीमारियां गर्दन व कमर मे उत्पन्न होती है। 

कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj
कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj

   डा. शर्मा कहते हैं कि कमर दर्द में आँपरेशन की नौबत लाने वाली मुख्य बीमारियां हैं स्लिप डिस्क और लंबर केनाल स्टोनोसिस, इन दोनों ही बीमारियों को पहचान है, कमर से लेकर पैरों में जाता हुआ दर्द जिसके साथ ही साथ पैरों का सुंन्न या भारी होना या चीटियां चलने जैसा एहसास भी हो सकता है । आगे चलकर दर्द के मारे चलने में असमर्थता और कई बार लेटै-लेटै भी कमर से पैर तक असहनीय दर्द होता रहता है । 

     स्लिप डिस्क का रोग कमर के अलावा गर्दन में भी हो सकता है, जिसके कारण गर्दन से लेकर एक या दोनों हाथों में दर्द के साथ-साथ सुन्न या कमजोरी का एहसास हो सकता है । स्लिप डिस्क की बीमारी में दरअसल होता यह है कि डिस्क के बीच का पदार्थ निकल कर पीछे से बाहर आ जाता है और नसों को दबाने लगता है, जिसके फलस्वरूप ये दर्द नसों के साथ साथ कमर से पैरों तक या गर्दन से हाथ तक जाता है । अभी तक स्लिप डिस्क के आपरेशन से लोग काफी भयभीत थे, क्योंकि  इसमें नसों के कट जाने व अपाहिज हो जाने का डर रहता था । डा. शर्मा बताते हैं कि लेकिन अब मिस (मिनीमली इन्सवेंसिवं स्पाइन सर्जरी) के आ जाने से स्लिप डिस्क के इलाज में एक क्रांति आ गई हैं। अब नसों पर से डिस्क का दबाब हटाना वेहद आसान व प्रभावशाली हो गया है । इस इलाज में अक्सर मरीज को बेहोश करने की भी आवश्यकता नहीं पडती है और आपरेशन के दौरान मरीज अपने दर्द के निवारण को महसूस करता रहता है और शल्य चिकित्सक को बताता भी रहता है । इसमें नस के काटने या अन्य किसी बडी जटिलता की संभावना नहीं रहती है । मरीज़ खुद आपरेशन टेबल से उठ कर अपने कमरे तक चल कर जा सकता है । यह नई मिस सर्जरी क्या है? इस बारे में डा. शर्मा बताते है कि ये एक -इस तरह का आपरेशन है, जिसमें कि डिस्क को बिना नसों के आस-पास जाए हुए बाहर से बाहरही निकाला जा सकता है, जिसके फलस्वरूप नसों के कटने या उनसे संबंधित जटिलताएं होने की संभावना बहुत कम हो जाते हैं । इस तकनीक में एक पतले इंडोस्कोप द्वारा डिस्क सर्जरी की जाती है । यह इंडोस्कोप पुरानी इंडोस्कोपक विधियों से नया है और ज्यादा कारगर है । डा. शर्मा कहते है, कि कमऱ दर्द उत्पन करने वाली डिस्क को पूरी तरह से पहचानना एक अच्छे शल्य चिकित्सक के लिए बहुत जरुरी है, क्योंकि अक्सर एक से ज्यादा डिस्क में विकार होता है । इसके लिए मिस सर्जरी करने के पहले आँपरेशन टेबल पर ही डिस्क मे एक बिशेष इंजेक्शन लगा कर मरीज से इस बात की पुष्टि होती है, डिस्क का आँपरेशन करने से मरीज पूर्णत: ठीक हो जाएगा इस विधि को डिस्कोग्राफी कहते है । मिस सर्जरी के बारे में ओर अधिक बताते हुए डा. शर्मा कहते है यह पूरा आँपरेशन बिना रक्त बहे मात्र 3० मिनट में पूरा हो जाता है । इस पूरे आपरेशन में लगभग उतना ही खर्च होता है, जितना कि ओपन आँपरेशन में होता है ।

कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj
कमर दर्द का कारण...  उपचार । कमर दर्द क्यों होता है kamar dard ka karan or ilaj

   विशेषज्ञों के अनुसार कमर दर्द के कारण मरीजों को अभी कार्य से लंबे अवकाश के कारण देश को करोडों रुपये का नुकसान होता है । लेकिन इस तकनीक मिस के आ जाने से इस नुकसान से बचा जा सकता है । स्पाइन की अन्य शल्य चिकित्सा जैसै माइक्रो सर्जरी, लेजर सर्जरी इत्यादि की अभी भी काफी मरीजों में जरुरत पड़ती है । लेजर सर्जरी का इस्तेमाल, मिस आपरेशन में भी कई  चार होता है । ये सर्जरी अमरीका में भी काफी प्रचलित है और आने वाले वर्षों में अपने देश मे भी इसका भविष्य काफी उज्जवल नजर आता है ।  
   कमर दर्द से बचने के उपाय - हल्का-फुल्का नियमित व्यायाम, बैठने-उठने के सही तौर तरीके, ज्यादा उछल-कूद, अत्यधिक वज़न उठाने और ज्यादा देर तक कार चलाने से बचना चाहिए। कमर में या कमर से लेकर पैरों में जाता हुआ दर्द महसूस करें तो तुरंत ही किसी योग्य चिकित्सक की सलाह लें ।

   आमतौर पर इस पद्धति को पूरी तरह 'से समझने के लिए 'एमआर आई एक्सरे की आवश्यकता पडती है । बीमारी पकड़ में आ जाने से इसका इलाज जितनी जल्दी किया जाए उतना ही अच्छा है, क्योंकि कई बार देर हो जाने से नसों मे पूरी तरह से संवेदनशीलता बापस नहीं आ पाती हैं ।  

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