सफ़ेद बल को काले कैसे करे ? safed baal kale karne ke upay in hindi......
साढ़े छह-सात साल की छटी सी उम्र में भी कोई बूढा हो सकता है? परन्तु वह इसी आयु में तेजी से बूढा होता जा रहा था, उसके बाल तीव्रता से सफेद होते जा रहे थे, संसार का यह सब से कम उम्र का बूढा, चार्ल्स बर्थ, स्टेफोर्डशायर, इंग्लैण्ड मे 14-मार्च 1729 को पैदा हुआ था, चार साल का होने पर उसमें जवानी के लक्षण उत्पन्न हो गए, दाडी-मूंछ निकल आई, उसका शरीर छोटा, चेहरा सूखा हुआ, आवाज सीटी जैसी तथा त्वचा मुरझाई हुईं थी साढे छह वर्ष का होने पर वह बूढा होने लगा, हाथो की नसें उभर आयी तथा बाल, दाढ़ी पूछे सफेद हो गए और सात वर्ष की आयु होने तक उसकी मृत्यु हो गई ।यह तो आज से 169 वर्ष पूर्व की अपने प्रकार की एक ही घटना है, परन्तु बालो के असमय या अल्पायु में पक़ने की समस्या तब की तुलना में आज अधिक जोर पकड़ गई है, बढ़ती आयु के साथ-साथ बालों का सफेद होना तो कोई समस्या नहीं रखता, उसको रोकना तो असम्भव सा ही है क्योंकि होता यह है कि आयु वृध्दि
के साथ-साथं बालों में उनका प्राकृतिक रंग बनाये रखने की क्षमता, उनमें रंग बनाने वाली कोशिकाओ की संख्या में कमी आ जाने के कारण कम होने लगती है और इसी कारण उनमें रंग बनाने वाला तत्व मेलानिन भी पर्याप्त मात्रा में नही बन पाता इसीलिए बाल सफेद होने लगते हैं । ऐसी सफेदी को रोका तो नहीं जा सकता हां विभिन्न विधियाँ प्रयोग में लाकर उनके काले बने रहने की अवधि को एक लम्बे समय तक बढाया जा सकता है।
बलों के सफेद हो जाने से न तो उनकी मजबूती पर ही कोई विपरीत प्रभाव पड़ता है और न ही बुध्दि पर । यह तो काले बालों की ही तरह शक्तिशाली बाल होते है और उन्हीं की तरह तेजी से बढते भी रहते हैं ।
कहा यह जाता हैं कि निराशा, उत्तेजना, चिन्ता, नज़ला-जुकाम ,कब्ज, धूप की गर्मी बालों को उनका पर्याप्त आहार न मिलना, सिर में सफ़ाई कि कमी के कारण रूसी पड जाना, मानसिक मस्तिस्फीय दुर्बलता, शेम्पू का अत्यधिक प्रयोग , कपडे धोने की साबुनों से सिर धोना, शोक समाचार मिलना, अकस्मात दुर्घटना, सिर की त्वचा में चिकनाई की न्यूनता, अत्यधिक मानसिक एवं शारीरिक श्रम,सुगन्धित बाजारु तेल, हेयर डाई का प्रयोग, विटामिन खनिज लवणों व लौह तत्वों आदि का अभाव, रात्रि जागरण तथा वंशीय रूप मे इस रोग का मिलना आदि इसके कारण माने जा सकते है।
कुष्ठ का रोग फिर सिर की त्वचा में किसी प्रकार की खराबी का आ जाना भी बालो के सफेद होने का एक कारण हो सकता है । जिन लोगों को गंजेपन की-एक बिशेष प्रकार की बीमारी होतीं… है, जिसमें बाल एक घेरे के रूप में झड़ते हैं, उनमें गंजेपन के पूरे हो जाने के बाद जो बाल उस स्थाव पर मुन: पैदा होते हैं वे प्राय सफेद ही निकलते है । ये बाद में धीरे धीरे काले हो जाते हैं ।
आयोडीन जितना शरीर के लिए महत्त्वपूर्ण हैं उतना ही स्त्रियों में इस की कमी होती हैं इनकी कमी बालों को सफेद होने पर विवश कर देती है क्योंकि इस की कमी से थायराइडं-ग्रन्धि का कार्य प्रभावित होता है । आयोडीन की लगभग 75 % मात्रा की ज़रुरत शरीर को प्रतिदिन पडती हैं । समुद्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को प्राय: इस की कमी नहीं होती । क्योंकि वहाँ के जल में आयोडीन की काफी मात्रा मायी जाती है । फिर वहां के लोग समुद्र में मिलने वाली एक प्रकार की काईं का भी आहार के रूप में प्रयोग करते है। जिसके द्वारा उम्हें आयोडीन, विटामिन तथा कई प्रकार के खनिज लवण प्रात हो जाते हैं । यहीं कारण हैं कि वहां के रहने बालों के बाल अत्यधिक आयु में भी काले बने है।
आयोडीन जितना शरीर के लिए महत्त्वपूर्ण हैं उतना ही स्त्रियों में इस की कमी होती हैं इनकी कमी बालों को सफेद होने पर विवश कर देती है क्योंकि इस की कमी से थायराइडं-ग्रन्धि का कार्य प्रभावित होता है । आयोडीन की लगभग 75 % मात्रा की ज़रुरत शरीर को प्रतिदिन पडती हैं । समुद्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को प्राय: इस की कमी नहीं होती । क्योंकि वहाँ के जल में आयोडीन की काफी मात्रा मायी जाती है । फिर वहां के लोग समुद्र में मिलने वाली एक प्रकार की काईं का भी आहार के रूप में प्रयोग करते है। जिसके द्वारा उम्हें आयोडीन, विटामिन तथा कई प्रकार के खनिज लवण प्रात हो जाते हैं । यहीं कारण हैं कि वहां के रहने बालों के बाल अत्यधिक आयु में भी काले बने रहते हैं । बाल सफेद होने पर अमेरिकन चिकित्सक आयरन टेबलेट का प्रयोग मैन्टोथिनिक एसिड फोलिक एसिड तथा पैरोऐमीनो एसिड तथा पैरा ऐमीनो बेन्जोइक एसिड टेबलैट व आयोंडीन के साथ कराते हैं।
सर्दियों मे सफेद 'गर्मीयो' में काले :-
कुछ व्यक्तियों में एक बिचित्र तमाशा यह भी देखने को मिलता' है कि शीत ऋतु में उनके बाल सफेद हो जाते हैं तथा ग्रीष्म ऋतु आते पर वे पुन: काले हो जाते हैँ । चिकित्सा विज्ञानियों का विचार है कि यौन ग्रन्थियों में किसी भी प्रकार को ख़राबी बालों को सफेद कर देती है । उनके अनुसार यौन-ग्रन्थियों में एक विशेष प्रकार का हार्मोन पैदा होता है, जो रक्त मे मिलकर स्त्री व पुरुषों में शारीरिक शक्ति एबं मानसिक सन्तुलन बनाये रखता हैं ।ऐसी भूल कदापि नहीं करे :-
सिर में दो-चार सफेद बाल नजर आते ही उन्हें तोड़ने या रंगने अर्थात डाई करने की भूल भी कभी नहीं करनी चाहिए । सफेद बालों को तोड़ना उनकी सख्या में बृद्धि ही करना है । इसी प्रकार वक्त से पहले बालों को रंगने से दूसरे स्वस्थ बालों पर भी इसका खराब प्रभाव पडता है बालों के कालेपन के स्थायित्व के लिए प्रोटीन, खनिज-लवण, काबोंहाइड्रेट लौहत्तत्त्व आयोडीन, गन्धक, विटामिन चौ काम्पलैक्स; तांबा तथा फस्फोरस आदि की बडी मात्रा में जरुरत होती है प्राय देखा यह जाता है कि अच्छा आहार न मिलने के कारण अत्या में ही शरीर में इन तत्वों का अभाव हो जाता हैं जिसके कारण बच्चों के बाल भी सफेद होने लगते हैं ।विटामिन की कमी :-
बालों की चमक-दमक बनाए रखने का काम विटामिन ' ए ' का है । इसकी शरीर में कमी हो जाने के कारण बाल रुक्ष व खुरदरे होने के पश्चात् सफेद हो जाते हैं ।आयोडीन जितना शरीर के लिए महत्त्वपूर्ण हैं उतना ही स्त्रियों में इस की कमी होती हैं इनकी कमी बालों को सफेद होने पर विवश कर देती है क्योंकि इस की कमी से थायराइडं-ग्रन्धि का कार्य प्रभावित होता है । आयोडीन की लगभग 75 % मात्रा की ज़रुरत शरीर को प्रतिदिन पडती हैं । समुद्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को प्राय: इस की कमी नहीं होती । क्योंकि वहाँ के जल में आयोडीन की काफी मात्रा मायी जाती है । फिर वहां के लोग समुद्र में मिलने वाली एक प्रकार की काईं का भी आहार के रूप में प्रयोग करते है। जिसके द्वारा उम्हें आयोडीन, विटामिन तथा कई प्रकार के खनिज लवण प्रात हो जाते हैं । यहीं कारण हैं कि वहां के रहने बालों के बाल अत्यधिक आयु में भी काले बने है।
सफेद बाल पुन: काले करने लिए विटामिन :-
बालों की चमक-दमक बनाए रखने का काम विटामिन ' ए ' का है । इसकी शरीर में कमी हो जाने के कारण बाल रुक्ष व खुरदरे होने के पश्चात् सफेद हो जाते हैं ।आयोडीन जितना शरीर के लिए महत्त्वपूर्ण हैं उतना ही स्त्रियों में इस की कमी होती हैं इनकी कमी बालों को सफेद होने पर विवश कर देती है क्योंकि इस की कमी से थायराइडं-ग्रन्धि का कार्य प्रभावित होता है । आयोडीन की लगभग 75 % मात्रा की ज़रुरत शरीर को प्रतिदिन पडती हैं । समुद्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों को प्राय: इस की कमी नहीं होती । क्योंकि वहाँ के जल में आयोडीन की काफी मात्रा मायी जाती है । फिर वहां के लोग समुद्र में मिलने वाली एक प्रकार की काईं का भी आहार के रूप में प्रयोग करते है। जिसके द्वारा उम्हें आयोडीन, विटामिन तथा कई प्रकार के खनिज लवण प्रात हो जाते हैं । यहीं कारण हैं कि वहां के रहने बालों के बाल अत्यधिक आयु में भी काले बने रहते हैं । बाल सफेद होने पर अमेरिकन चिकित्सक आयरन टेबलेट का प्रयोग मैन्टोथिनिक एसिड फोलिक एसिड तथा पैरोऐमीनो एसिड तथा पैरा ऐमीनो बेन्जोइक एसिड टेबलैट व आयोंडीन के साथ कराते हैं।
सफेद बाल काले करने के महत्वपूर्ण उपाए :-
दही और यीस्ट का प्रयोग कर तो 'लोगों ने आश्चर्यजनक ,सफलताएं प्रात की हैं अमेरिका के एक 52 वर्षीय व्यक्ति, गोलार्ड हाँसर वे छह महीने तक लगातार इनका प्रयोग करके अपने सफेद बालों को पुनः काला बनाने मे सफलता प्राप्त की थी। ऐसे लोगों को जिनके बाल सफेद हो चुके है और वे उंनको पुन: जडो से ही काला बनाना चाहते है वो उम्हें दिन में कई बार दही और यीस्ट का प्रयोग अपनी उदृदेश्यपूर्ति के लिए करना चाहिए । यीस्ट जौ की शराब बनाते समय निकाला जाता हैं तथा साधारण भाषा में कहे तो इसको खमीर कहा जाता है । यह भूरे रंग का दानेदार चूर्ण होता है । इसके अतिरिक्त छाछ के एक गिलास का प्रतिदिन नाश्ते और भोजन के साथ प्रयोग भी बालो को असमय पकने से रोकता है ।ज़बोराण्डी नामक एक पौधा ब्राजील में पाया जाता है ।उसके पत्तो को सुखाकर उससे औषधियां बनायी जाती हैं । उनको खाने और लगाने से बालों का सफेद होना बन्द हों जाता है तथा वे पुन: काले हो जाते हैं ।इसको किसी भी होम्योमेडिकल स्टोर से जब्राण्ठी मदरटिंक्चर के नाम से खरीदा जा सकता है । इसकी दो से छह बूंदे प्रतिदिन विधि अनुसार प्रयोग की जाती है । जिससे प्राय : दो-तीन मास मे ही बाल जडों से काले निकलने लगते हैं । होम्योपैथी का अनाकार्डियम भी बालों को काल बनाये रखने मे सहायता करता है । प्रतिदिन पांच मिनट प्रात: रात को दो वार हाथो के नाखूनों को एक दूसरे पर रगड़ा करे ।ऐसा करने से भी चालों की पकड़ मजबूत होती है